परिचय: हिंदी माध्यम से महान मुकाम तक
Surbhi Gautam Success Story एक ऐसी प्रेरणादायक यात्रा है जिससे ये साबित हो गया कि कमजोर अंग्रेज़ी कोई बाधा नहीं, बल्कि सफलता का सबूत बन सकती है। सतना (MP) के एक छोटे गांव से आई यह लड़की ना केवल GATE, ISRO, IES (AIR‑1) पास करती है, बल्कि UPSC CSE (AIR 50) भी पहले प्रयास में निराले अंदाज़ में क्रैक करती है।
1. शुरुआती संघर्ष: संसाधन कम, सपने बड़े
- अन्दारा गांव में, हिंदी माध्यम स्कूल में पढ़ी सुरभि, जहां बिजली तक न थी; कभी- कभी केरोसिन लैंप से पढ़ाई करनी पड़ी।
- 10वीं में ₹100/100 पॉइंट्स मैथ और साइंस में; मैट्रिक में 93.4% अंक लाकर अपने नाम को राज्य मेरिट लिस्ट में दर्ज कराया।
- टीचर ने भविष्यवाणी की: “एक दिन बड़ी अफसर बनेगी”—और सुरभि ने उसी पर विश्वास किया।
2. इंजीनियरिंग – नए अनुभव, नई चुनौती
- भोपाल में Electronics & Communication Engineering की पढ़ाई करते हुए सुरभि ने यूनिवर्सिटी टॉपर बनकर गोल्ड मेडल जीता और Surbhi Gautam Success Story बनी।
- पहले सेमेस्टर में टॉपर बनने की कहानी:
- अंग्रेज़ी के भारी सवाल को हिंदी से समझाकर जवाब देना;
- हर रोज़ पढ़ते दस नए English words;
- दीवारों पर चटाने की तकनीक।
3. अंग्रेज़ी ने मज़ाक उड़ाया, पर बना ताकत
- अंग्रेज़ी बोलने में कमजोरी के चलते कॉलेज में मज़ाक बने ।
- सुरभि ने अंग्रेज़ी सुधारने के लिए:
- दैनिक दस नए शब्द सीखना,
- दीवारों पर नोट चिपकाना,
- खुद से अंग्रेज़ी में बात करना शुरु किया।
- परिणामस्वरूप, पहले सेमेस्टर में यूनीवर्सिटी टॉप; Chancellor Award प्राप्त
4. प्रतियोगी परीक्षाओं में लगातार धमाल
Surbhi Gautam Success Story का सफ़र सिर्फ UPSC तक सीमित नहीं था; उन्होंने कई बड़ी परीक्षाएं एक-के-बाद-एक अजीब सफलता के साथ क्रैक कीं:
परीक्षा | रिजल्ट |
---|---|
GATE | क्वालीफाई किया |
ISRO, SAIL, MPPSC PCS, SSC CGL, Delhi Police, FCI | सभी क्लियर |
IES | AIR‑1 (Engineering Services Exam) 2013 में |
BARC | न्यूक्लियर साइंटिस्ट के रूप में वर्ष तक कार्य किया |
इस निरंतर मार्ग ने उन्हें IAS वाटिका की ओर अग्रसर किया।
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5. UPSC सफ़र: पहले प्रयास में सफलता
- 2016 UPSC Civil Services Exam में कठिन सवालों के बीच उन्होंने हासिल किया AIR 50।
- इंटरव्यू फेज में भी उन्होंने 275/198 अंक पाए।
- IAS बनकर उन्होंने वह सपने पूरे किए जो टीचर ने पहले बताए थे।
6. प्रेरणादायक टिप्स: Weak English = No Blocker
- Everyday English practice: दस शब्द रोज सीखें
- Surroundings से सीखें: अंग्रेज़ी मुहावरे अपनाएँ
- Self-talk: खुद से अंग्रेज़ी में बात करें
- Consistency matters: रोज छोटा प्रयास बड़ा परिणाम लाएगा
- Goals set करें: UPSC जैसा लक्ष्य तय करें, फिर कदम दर कदम चलें
7. FAQs (Frequently Asked):
Q1. क्या हिंदी माध्यम से IAS बनना संभव है?
हाँ—सुरभि ने यह साबित किया, English fluency अभ्यास से आती है।
Q2. उनका English सुधार का तरीका क्या था?
दीवारों पर शब्द चिपकाना, रोज़ अंग्रेज़ी में बात करना, रोज़ 10 शब्द सीखना।
Q3. क्या उन्होंने पहली बार UPSC यूपीएससी में succeed की थी?
हाँ, 2016 में पहले प्रयास में AIR‑50 प्राप्त किया।
Q4. उन्होंने नौकरी छोड़ी क्यों?
BARC/TCS में नौकरी करते हुए उन्होंने IAS জुसना का सपना चुना।
8. Surbhi की सफ़लता का ख़ज़ाना
- ग्रामीण परिवेश से निकलकर स्टेट टॉपर
- संघीय व बृहद परीक्षाओं में लगातार सफलता
- अंग्रेज़ी पर मात बनाकर, उस पर उपलब्धि पाई
- FIRST-CUM-FIRST उदाहरण बनने तक का सफर
Surbhi Gautam Success Story हमें यह बताती है, यदि आप भी हिंदी माध्यम से पढ़ रहे हैं, और अंग्रेज़ी कमजोर है, तो ये कहानी आपके आत्म-विश्वास की जीत का प्रमाण है।
निष्कर्ष – विश्वास + संघर्ष = सफलता
Surbhi Gautam Success Story यह साबित करती है कि:
“Weak English is not a barrier; it’s a stage for growth.”
उनकी कहानी बताती है कि छोटी शुरुआत बड़ी मंजिल तक जाती है—बस मजबूत इरादों और निरंतर प्रयासों की ज़रूरत है।
“Surbhi Gautam Success Story” प्रमाणित करता है कि आपकी कहानी भी प्रेरणादायक बन सकती है अगर आप विश्वास रखो।